मस्तिष्क की संरचना एवं कार्य (Brain Anatomy in Hindi)

 

मस्तिष्क की संरचना एवं कार्य (Brain Anatomy in Hindi)

मस्तिष्क एक बहुत ही महत्वपूर्ण अंग है, जो करोटि या खोपड़ी (Scale) के भीतर कपाल (Skull) में  स्थित होता है।

इसका वज़न 1200-1400 gm होता है। तथा इसकी क्षमता 1350cc होती है।

मस्तिष्क के चारों ओर झिल्लियाँ (Membranes) होती हैं। जो इसको सुरक्षा प्रदान करती हैं, इन झिल्लियों को मेनिन्जेज (Meninges) कहते है। ये तीन प्रकार की होती है-

  • दृढ़तानिका/ ड्यूरामेटर (Dura Mater)

यह सबसे बाहरी झिल्ली है। जो तंतुमय संयोजी ऊतकों (Fibrous connective tissue) तथा कोलेजन तन्तुओं (Collagen fibers) से बनी होती है।

  • जालतानिका/ एरेकेनोइड (Arachnoid Mater)

यह मध्य में पायी जाने वाली झिल्ली है। जो तंतुमय ऊतकों (Fibrous connective tissue) एवं इलास्टीन तंतुओ (Elastic fibers) से बनी होती है।

  • मृदुतानिका/ पायामेटर (Pia Mater)

यह सबसे भीतरी झिल्ली है।

यह मस्तिष्क से स्पर्श करती है, इसका निर्माण भी संयोजी ऊतकों से होता है। इसमें पायी जाने वाली रुधिर वाहिनियो के द्वारा मस्तिष्क को पोषण प्राप्त होता है।

मस्तिष्क की संरचना एवं कार्य (Brain Anatomy in Hindi)

रक्त जालक (Choroid plexus) केशिकाओं का एक जाल है मस्तिष्क (Brain) की गुहा में लटकी रहती हैं। रक्त जालक (Choroid plexus)  शरीर में दो महत्वपूर्ण कार्यों को कार्य करता है।

यह सेरेब्रोस्पाइनल तरल का निर्माण करता है तथा मस्तिष्क और अन्य केंद्रीय तंत्रिका ऊतकों को विषाक्त पदार्थों से बचाता है।

(It protects rain and other central nerve tissue from toxins)

मस्तिष्क में पायी जाने वाली गुहाए

  • सबड्यूरल गुहा (Subdural cavity)

दृढ़तानिका/ ड्यूरामेटर (Dura Mater) तथा जालतानिका/ एरेकेनोइड (Arachnoid Mater) के बीच पायी जाने वाली गुहा।

  • सब- एरेकेनोइड गुहा

जालतानिका/ एरेकेनोइड (Arachnoid mater) तथा मृदुतानिका/ पायामेटर (Pia Mater) के बीच पायी जाने वाली गुहा।

प्रमस्तिष्क मेरुद्रव (Cerebro-spinal fluid)

रक्त जालक (Choroid plexus) से रक्त छानकर मस्तिष्क की गुहा में निकलता है जिसे प्रमस्तिष्क मेरुद्रव (Cerebro-spinal fluid) कहते है।

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मस्तिष्क के प्रमुख भाग (Main Parts of Brain)

मस्तिष्क को तीन प्रमुख भाग में बांटा जाता हैं-

  1. अग्र मस्तिष्क (Fore Brain)
  2. मध्य मस्तिष्क (Mid Brain)
  3. पश्चमस्तिष्क (Hind Brain)

अग्र मस्तिष्क (Fore Brain)

यह प्रमस्तिष्क (Cerebrum) और डायनसेफैलॉन (Diencephelon) से बना होता है।

प्रमस्तिष्क (Cerebrum)

मस्तिष्क का सबसे बड़ा भाग होता है। जो दो भागों में बंटा होता है, जिन्हें प्रमस्तिष्क गोलार्ध (cerebral hemispheres) कहते हैं। इन प्रमस्तिष्क गोलार्धो को दाए तथा बाएँ में विभक्त करते है। इनकी बाहरी सतह उभारों (outgrowth) और खांचों (groove) की मौजूदगी के कारण अत्यधिक संवलित (folded) होती है। प्र

त्येक प्रमस्तिष्क गोलार्ध (cerebral hemispheres) आंतरिक रूप से खोखला होता है। और उनकी भितियों में भीतरी और बाहरी क्षेत्र होते हैं। बाहरी क्षेत्र प्रमस्तिष्क वल्कुट कहलाता है। जिसमें तंत्रिका-कोशिकाओं (Neuron) की कोशिका-काय होती है, और धूसर रंग (Gray) का होने के कारण इसे धूसर-द्रव्य (Gray matter) कहते हैं।

भीतरी क्षेत्र सफेद तंत्रिकाक्ष (Axon) रेशों का बना होता है, उसे श्वेत द्रव्य (White matter) कहते हैं।

यदि गोलार्धो को अनुप्रस्थ दिशा (Transverse) में काटा जाय तो उसके भीतर खाली स्थान या गुहा (Cavity) मिलेगी। इन गुहा को पार्श्व निलय (Lateral Ventricles) कहा जाता है।

दोनों प्रमस्तिष्क गोलार्ध (cerebral hemispheres) कॉर्पस कैलोसम (corpus callosum) द्वारा आपस में जुड़े रहते है, जो आड़े-तिरछे तंत्रिका-रेशों (Neuron fibers) की एक चादर-सी होती है।

प्रमस्तिष्क का बायां पार्श्व शरीर के दाएं भाग का नियंत्रण करता है। और इसी प्रकार दायां पार्श्व बाएं भाग का नियंत्रण करता है।

प्रमस्तिष्क वल्कुट के तीन कार्य होते हैं

  • यह ऐच्छिक (Voluntary) पेशी-संकुंचनों (Contraction) को आरंभ करता है। तथा उनका नियंत्रण करता है।
  • प्रमस्तिष्क वल्कुट संवेदी अंगों, जैसे – नेत्र, कान, नाक आदि से आने वाली सूचना को ग्रहण करता है। और उन पर कार्रवाई करता है।
  • यह मानसिक काम जैसे सोचना, तर्क करना, विवेचना योजना बनाना, याद रखना आदि करता है।

डाऐनसिफेलॉन (Diencephalon)

इसको अग्रमस्तिष्क पश्च (posterior part of the forebrain) भी कहा जाता है यह भाग प्रमस्तिष्क के नीचे स्थित होता है। इसमें निम्नलिखित दो भाग होते हैंः

  • चेतक / थैलैमस (Thalamus)

यह धूसर द्रव्य (Gray matter) से बना अंडानुमा (Egg shaped) एक पिंड है, जो प्रमस्तिष्क के नीचे बीच में स्थित होता है।

थैलैमस उन संवेदी आवेगों के लिए प्रसारण केंद्र का काम करता है, जो प्रमस्तिष्क को जाती है। जैसे पीड़ा और सुख के संवेद।

  • अध्श्चेतक / हाईपो थैलैमस (Hypo thalamus):

यह मस्तिष्क का वह भाग है, जो थैलैमस के नीचे स्थित होता है।

हाईपो थैलैमस प्रेरित व्यवहार, जैसे -खाना, पीना, घृणा, क्रोध, प्यार और काम भावना (Labido) का नियंत्रण करता है।

यह शरीर के तापमान और शरीर के भीतर तरलों की मात्रा का भी नियमनकारी केंद्र (Regulatory System) है।

इसके नीचे स्थित पीयूष ग्रंथि (Pituttary gland) स्थित होती है।

हाईपो थैलैमस के द्वारा मोचक तथा निरोधी हॉर्मोन का स्राव होता। जो पीयूष ग्रंथि (Pituttary gland) के हॉर्मोन स्रावण का नियंत्रण करते है।

मध्य मस्तिष्क (Mid Brain)

यह अग्र और पश्च मस्तिष्क के बीच में एक छोटा-सा नलिकाकार भाग होता है। जिसे मेसेन्सफ्लोन (mesencephalon) भी कहा जाता है,

मेसेन्सफ्लोन (मध्य मस्तिष्क)  चार पिण्डों से बना है। इन पिण्डों को कोर्पोरा क्वाड्रीजेमिन (corpora quadrigemina) कहते है। उपर के दो पिण्ड टेक्टम (tectum) और नीचे के पिण्ड टेगमेंटम (tegmentum) कहलाते है।

टेक्टम देखने के लिए तथा टेगमेंटम सुनने के लिए उतरदायी होते है।

पश्चमस्तिष्क (Hind Brain)

यह अनुमस्तिष्क,  पॉन्स, और मेडुला ऑब्लांगेटा से बना है

अनुमस्तिष्क (Cerebellum)

यह मस्तिष्क का दूसरा सबसे बड़ा भाग है।

ये प्रमस्तिष्क के आधार पर उसके नीचे स्थित होता है। इसमें अनेक खांचें होती हैं। इसका वल्कुट भाग (Cortex) भी धूसर द्रव्य (Gray matter) का बना होता है।

सेरेबेलम (अनुमस्तिष्क) शरीर का संतुलन बनाए रखना और पेशीय क्रियाओं में समन्वय बनाए रखने का कार्य करता है।

मेड्यूला ऑब्लांगेटा (Medulla oblongata)

यह मस्तिष्क का अंतिम भाग होता है। जो मेरुरज्जु से जुड़ा होता है।

मेड्यूला ऑब्लांगेटा लार आना, उलटी आना, हृद्-स्पंद (Heart Beat), आहार नाल के क्रमाकुंचन तथा अन्य अनेक अनैच्छिक क्रियाओं का नियंत्रण करता है।

यह सांस लेने, खांसने, निगलने आदि का केंद्र होता है। इसको Myelencephalon भी कहा जाता है

पोंस (Pons)

इसको Metencephalon  भी कहा जाता है। पोंस श्वास का विनियमन करता है।

पोन्स में श्वसन केंद्र (Neumotexic center) न्यूमोटैक्सिक सेंटर नामक एक संरचना होती है। जो श्वसन के दौरान हवा की मात्रा तथा श्वसन दर को नियंत्रित करता है।

मस्तिष्क स्तम्भ (Brainstem) – मध्य मस्तिष्क (मेसेन्सफ्लोन), पोन्स (मेटेंसफ्लोन), और मेडुला ऑब्लांगेटा (मायेलेंसफ्लोन) मिलकर बनाते है।

मस्तिष्क की संरचना एवं कार्य (Brain Anatomy in Hindi)

चित्र – मस्तिष्क की संरचना एवं कार्य (Brain Anatomy in Hindi)

कपाल तंत्रिकाएं (Cranial nerves)

मस्तिष्क से 12 जोड़ी कपाल तंत्रिकाएं निकलती हैं, जिनमें से कुछ संवेदी (Sensory) होती हैं कुछ प्रेरक (Motor)।

कुछ कपाल तंत्रिकाएं मिश्रित किस्म यानि संवेदी और प्रेरक दोनों की होती है।

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प्रमस्तिष्क वृन्तक (Cerebral peduncles)

ये मध्य मस्तिष्क के आगे पायी जाने तन्तुओं का बंडल है,

प्रमस्तिष्क वृन्तक प्रमस्तिष्क वल्कुट (Cerebral cortex) को मस्तिष्क के अन्य भाग तथा मेरुरज्जू से जोड़ता है इसे Crus cerebri भी कहते है।


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2 Comments
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