
Endocrine Gland in Hindi, अंत: स्रावी ग्रंथियां एवं हॉर्मोन, Hormone in Hindi
होमोस्टैसिस (Homeostasis in Hindi)
एक अपेक्षाकृत शरीर की स्थिर आंतरिक स्थिति को बनाए रखने की क्षमता है जो बाहर की दुनिया में बदलाव के बावजूद शरीर में एक समान बनी रहती है।
इसके द्वारा सजीव अपने शरीर के आंतरिक वातावरण को स्थिर बनाए रखता है चाहे बाहरी वातावरण में कैसा भी बदलाव हो जैसे कि सर्दियों में अत्यधिक कम तापमान होने पर हमारे शरीर का तापमान 37 डिग्री सेंटीग्रेड बना रहता है और गर्मियों में बहुत कम तापमान होने पर भी यह तापमान नियत बना रहता है।
back to menu ↑न्यूरोएंडोक्राइनोलॉजि (Neuroendocrinology)
शरीर में होम्योस्टेसिस प्रक्रिया के लिए तंत्रिका तंत्र और अंतः स्रावी तंत्र सम्मिलित रूप से कार्य करते हैं। जिन्हें न्यूरोएंडोक्राइन (Neuroendocrine) कहते हैं। तथा दोनों को सम्मिलित रूप से दोनों के अध्ययन को न्यूरोएंडोक्राइनोलॉजि (Neuroendocrinology) कहा जाता है।
back to menu ↑अन्तःस्त्रावी विज्ञान (Endocrinology in Hindi)
जीवविज्ञान की शाखा जो अन्तःस्त्रावी तन्त्र (endocrine system) तथा इसकी कार्यिकी (Physiology) के साथ जोड़ी गई है, अन्तःस्त्रावी विज्ञान (Endocrinology) कहलाती है। एंडोक्राइन ग्रंथि शब्द का उपयोग सर्वप्रथम लॉर्ड ने किया।
थोमस एडिसन (Thomas Edison) को अन्तःस्त्रावी विज्ञान का जनक (Father of endocrinology) कहते हैं।
एंडोक्राइनोलॉजिस्ट (Endocrinologist) शरीर में पाए जाने वाली ग्रंथियों का अध्ययनकर्ता।
back to menu ↑
ग्रन्थि (Glands in Hindi)
कोशिका, ऊतक अथवा अंग जो कुछ उपयोगी रसायनिक पदार्थ का स्त्राव करते हैं, ग्रन्थि कहलाते हैं। जन्तुओं में तीन प्रकार की ग्रन्थियाँ होती है।
हमारे शरीर में तीन प्रकार की ग्रंथियां पाई जाती है-
- एक्सोक्राइन ग्रंथि (Exocrine)
- एंडोक्राइन ग्रंथि (Endocrine)
- हेटेरोक्राइन/ मिश्रित ग्रंथि (Heterocrine)
back to menu ↑
एक्सोक्राइन / बहिः स्रावी ग्रंथि
इस शब्द की उत्पति ग्रीक के ex = out + krinein = to secrete से हुई है।
ये नलिका युक्त ग्रंथियां होती है। जो अपने स्राव को नलिका के द्वारा निश्चित स्थान तक निकाल पहुंचाती है। अतः इन्हे नलिका ग्रन्थियाँ कहते हैं।
उदा.-यकृत, जठर ग्रन्थि, लार ग्रंथि, स्वेद ग्रन्थियाँ, सीबेसीयस ग्रन्थि, तथा कुछ आन्त्रीय ग्रन्थियाँ।
back to menu ↑
एंडोक्राइन / अंतः स्रावी ग्रंथियां
इस शब्द की उत्पति ग्रीक के endo = within + krinein = to secrete से हुई है।
ये नलिका विहीन ग्रंथि होती है। यह अपने स्राव को रक्त में छोड़ देती है। जो रक्त के द्वारा शरीर के विभिन्न भागों तक पहुंचते हैं। है। अतः इन्हे नलिका विहीन ग्रन्थियाँ (Ductless Gland) भी कहते हैं।
]उदा.-थायराॅइड, पेराथायराॅइड, एड्रीनल, पिट्युटरी, पिनीयल काय तथा थायमस।
इनके स्राव को हार्मोन कहते हैं।
back to menu ↑
हेटेरोक्राइन / मिश्रित ग्रंथि
ये बहिः स्रावी ग्रंथि और अंतः स्रावी दोनों प्रकार का कार्य करती है। अग्नाशय, वृषण तथा अंडाशय विषमस्त्रावी ग्रन्थियाँ है। इन्हें मिश्रित ग्रन्थियाँ (Mixed) भी कहते हैं।
back to menu ↑
तंत्रिका तन्त्र तथा अन्तःस्त्रावी तन्त्र में सम्बन्ध (Relationship between nervous system and endocrine system)
- लगभग सभी उच्चतर कशेरूकीयों के शरीर में समन्वय दो तंत्रों द्वारा नियंत्रित होता है। तंत्रिका तन्त्र तथा अन्तःस्त्रावी तन्त्र।
- तंत्रिकातन्त्र तथा अन्तःस्त्रावी को शरीर का इनटेग्रेटिव तन्त्र कहते हैं।
- तंत्रिका तन्त्र सूचनाओं को आवेगों के रूप में शरीर के विभिन्न भागों में वहित करता है। इस तन्त्र द्वारा तीव्र गति से कार्य किया जाता है।
- अन्तः स्त्रावी तन्त्र द्वारा समन्वय का कार्य रसायनिक पदार्थों के स्त्रावण द्वारा धीमी गति से होता है।
Endocrine Gland in Hindi, अंत: स्रावी ग्रंथियां एवं हॉर्मोन, Hormone in Hindi
हाॅर्मोन (Hormone)
यह शब्द स्टारलिंग द्वारा दिया गया। यह Hormaein से बना है जिसका अर्थ ‘to excite” यानि उत्तेजित करना है।
हाॅर्मोन को प्राथमिक संदेशवाहक या रासायनिक संदेशवाहक (Primary messenger or chemical messenger) भी कहते हैं।
प्रथम खोजा गया हार्मोन सीक्रेटिन है। इसे बेलिस तथा स्टारलिंग द्वारा खोजा गया।
back to menu ↑
हार्मोन के स्रोत तथा रासायनिक प्रकृति (Hormone sources and chemical nature)
हाॅर्मोन रसायनिक संदेशवाहक है, जो शरीर के एक भाग द्वारा स्त्रावित होते हैं, तथा सीधे रक्त में जाते हैं, तथा ये रक्त की सहायता से उनके लक्ष्य स्थान पर पहुँचते हैं। हाॅर्मोन की कम मात्रा कुछ विशिष्ट कोशिकाओं या अंगों की कोशिकाओं की कार्यिकी को प्रभावित करती है।
back to menu ↑
हाॅर्मोन के गुण (Properties of hormones in Hindi)
इसमें निम्न गुण होते हैं-
- ये कार्बनिक उत्प्रेरक होते हैं।
- इनमें निम्न आण्विक भार होता है। जिसके कारण ये नोन-एन्टिजेनिक होते हैं।
- ये बहुत निम्न सान्द्रता में कार्य करते हैं।
- ये जल तथा रक्त में विलेय होते हैं।
- इनमें संचयी प्रभाव नहीं होता है। इनको एकत्र नहीं किया जाता।
back to menu ↑
हाॅर्मोन के प्रकार (Types of hormones in Hindi)
कार्यिकीय क्रियाओं तथा नियंत्रण के आधार पर हाॅर्मोन को 5 श्रेणियों में विभाजित किया गया है-
- उपापचयन से सम्बन्धित हाॅर्मोन – उदा. इन्सुलिन आदि।
- पाचन के हाॅर्मोन – उदा.-गेस्ट्रिन, सीक्रेटिन आदि।
- वृद्धि तथा विकास के लिए हाॅर्मोन – उदा. सोमेटोट्रोपिन आदि।
- प्रजनन के लिए हाॅर्मोन – उदा.-गोनेडोट्रोपिन तथा लिंग हाॅर्मोन।
- नियंत्रक हाॅर्मोन – जो अन्य अन्तःस्त्रावी ग्रन्थियों को नियंत्रित करते हैं, उदा. थायरोट्रोपिन आदि।
back to menu ↑
हाॅर्मोन का जैवरासायनिक वर्गीकरण (Biochemical classification of hormones)
सभी हाॅर्मोन, उनकी रासायनिक संरचना पर निर्भर करते हैं, तथा निम्न श्रेणियों में वर्गीकृत हो सकते हैं।
back to menu ↑फीनोलिक हाॅर्मोन (Phenolic hormone)
ये अमिनों अम्ल टाइरोसिन के व्युत्पन्न होते हैं, उदा. थाइराॅक्सिन, एड्रीनलिन तथा नोरएड्रीनलिन आदि।
back to menu ↑प्रोटीने या पॉलीपेप्टाइड हाॅर्मोन (Protein or polypeptide hormone)
ये प्रोटीन से बने होते है।
उदा. आॅक्सिटाॅसिन, वेसोप्रेसिन, पेराथार्मोन, प्रोलेक्टिन, सोमेटोट्रोपिन, इन्सुलिन, ग्लुकागाॅन, सीक्रेटिन, रीलेक्सिन आदि।
back to menu ↑ग्लाइकोप्रोटीन हाॅर्मोन (Glycoprotein hormone)
ये कार्बोहाइड्रेट तथा प्रोटीन से बने होते है। उदा. थायरोट्रोपिन, पुटिका उद्दीप्त हाॅर्मोन, ल्युटीनाइजिंग हाॅर्मोन आदि।
back to menu ↑स्टीराॅइड हाॅर्मोन (steroid hormones)
ये वसा यानि लिपिड के बने होते है। लिपिड के कारण सीधे प्लाज्मा झिल्ली से गुजरते हैं, तथा कोशिकाद्रव्य में ग्राहियों से गुजरते हैं, जो DNA पर कार्य करते हैं।
back to menu ↑
रेडियो इम्युनो ऐसे (Radio Immuno Assay)
शरीर में हाॅर्मोन, उनके प्रीकरसर, तथा उनके उपापचयी उत्पादों की मात्रा को मापने की तकनीक है।
back to menu ↑
शरीर में पाए जाने वाली अंतः स्रावी ग्रंथियां (Endocrine glands found in the body)
- हाइपोथैलेम (Hypothalamus) – इसके बारे में अधिक जानकारी के लिए यहां क्लिक कीजिए click here
- पीयूष ग्रंथि (Pituitary gland) – इसके बारे में अधिक जानकारी के लिए यहां क्लिक कीजिए click here
- थायराइड ग्रंथि (Thyroid gland)
- पैराथायराइड ग्रंथि (Parathyroid gland)
- थाइमस ग्रंथि (Thymus gland)
- पीनियल काय (Pineal work)
- अग्नाशय ग्रंथि (Pancreatic gland)
- एड्रिनल ग्रंथि (Adrenal gland)
- वृषण (Testis)
- अंडाशय (Ovary
back to menu ↑
इन्हें भी पढ़े
- मानव का उत्सर्जन तंत्र
- मानव श्वसन तन्त्र
- नेत्र की संरचना, समंजन क्षमता तथा दृष्टि की क्रियाविधि
- मानव का रक्त परिसंचरण तन्त्र
- मानव पाचन तंत्र
back to menu ↑
बाहरी कड़ियाँ
- How to Increase Traffic of My Website Best Tricks and Tips
- Top SEO ranking factors of 2021 Google Algorithm
- Best 7 Session Replay Tools For Visitor Recording
ऑनलाइन विडियो
Endocrine Gland in Hindi, अंत: स्रावी ग्रंथियां एवं हॉर्मोन, Hormone in Hindi, Types of hormones in Hindi