उपसंघ वर्टीब्रेटा
उपसंघ वर्टीब्रेटा (Subphylum Vertebrata)
Vertebrata शब्द ग्रीक भाषा के दो शब्दों Vertebra तथा ata से बना है। Vertebra का अर्थ कशेरुक दण्ड तथा ata का अर्थ धारण करना है।
उपसंघ वर्टीब्रेटा के सामान्य लक्षण (Common Characteristics Subphylum Vertebrata)
- इनको युकोर्डेटा (Echordata) भी कहते है
- ये क्रेनियेटा (Craniata) होते है। यानि इनमें कपाल (Cranium) उपस्थित होता है।
- इनमें मस्तिष्क तथा कपाल पाया जाता है।
- इनकी पृष्ठरज्जु (Notochord) कशेरुक दण्ड (backbone) में रूपांतरित हो जाती जाती है।
- इनको उच्च कशेरुक भी कहते है।
उपसंघ वर्टीब्रेटा का वर्गीकरण (Classifications of Subphylum Vertebrata )
वर्टीब्रेटा या क्रेनियेटा को प्रभागों (Division) में विभक्त किया जाता है-
- एग्नेथा (Agnatha)
- ग्नेथोस्टोमेटा (Gnathostomata)
प्रभाग एग्नेथा (Division Agnatha)
[A – अनुपस्थित (Absent) gnathos – जबड़े (Jaw)]
इनके मुख में जबड़े (Jaw) नहीं पाये जाते है।
इनमें उपांगों (Appendages) तथा मेखलाओं (Girdle) का अभाव होता है।
इनका मुख वृताकार (Circular) या कीप (Funnel) जैसा होता है।
प्रभाग एग्नेथा को दो वर्गों में बांटा गया है-
- ऑस्ट्रेकोडर्मी (Ostacodermi)
- साइक्लोस्टोमेटा (Cyclostomata)
वर्ग ऑस्ट्रेकोडर्मी (Class-Ostacodermi)
[Ostracon-कवच (shell) Derma – त्वचा (Skin)]
इनमें कवच (Sghell) युक्त मछलियों को रखा जाता था जो अब विलुप्त (Extinct) हो चुकी है।
इनके शरीर पर बड़े-बड़े ढालनुमा शल्क (Scales) पाये जाते थे
इनके अन्तःकर्ण में दो अर्द्धचन्द्राकार (Semilumar canal) नालें पायी जाती थी
उदाहरण सिफैलोप्सिस
वर्ग साइक्लोस्टोमेटा (Class-Cyclostomata)
[Cyclos- वृताकार (Round) Stoma –मुख (Mouth)]
इनका शरीर बेलनाकार, लम्बा तथा ईल के समान (eel like) होता है।
इनकी त्वचा चिकनी तथा शल्कविहीन (scale less) होती है।
इनका मुख छिद्रनुमा तथा वृताकार होता है।
इनमें बंद प्रकार का परिसंचरण होता है। इनमें द्विकोष्ठीय हृदय पाया जाता है।
इनका अन्तकंकाल (Endoskeleton) अस्थियों का बना होता है।
इनमें प्रोटोनेफ्रिक (Protonephic) प्रकार का वृक्क पाया जाता है।
इनमें 7-14 जोड़ी क्लोम छिद्र पाये जाते है।
इनके अन्तःकर्ण में दो अर्द्धचन्द्राकार नालें (semilunar canal) पायी जाती है।
इनमें परिवर्धन प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष (Direct or indirect development) प्रकार का होता है।
इनका लार्वा एमोसिट (Ammocoet) कहलाता है।
उदाहरण पेट्रोमाइजोन (Lamprey), डेलोस्टोमा, तथा मिक्सिन (Hagfish)
प्रभाग ग्नेथोस्टोमेटा (Division Gnathostomata)
[Gnatos – जबड़े (Jaw), Stoma – मुख (Mouth) ata – to bearing (धारण करना)]
इनके मुख में जबड़े (Jaw) पाये जाते है।
इनमें उपांग (Appendages) तथा मेखला (Girdle) पाये जाते है।
इनके अन्तःकर्ण में तीन अर्द्धचन्द्राकार नालें (Semilunar canal) पायी जाती थी
इनमें बंद प्रकार का परिसंचरण होता है। इनमें द्विकोष्ठीय, त्रिकोष्ठीय या चतुकोष्ठीय हृदय पाया जाता है।
इनका अन्तकंकाल (Endoskeleton) अस्थियों का बना होता है।
इनमें श्वसन क्लोम या फेफड़ों द्वारा होता है।
इनमें ये एकलिंगी (unisexual), निषेचन बाह्य (External fertilization), परिवर्धन प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष प्रकार का होता है।
प्रभाग ग्नेथोस्टोमेटा को महावर्गों में विभक्त किया गया है-
- महावर्ग पिसीज (Suparclass Pisces)
- महावर्ग टेट्रापोड़ा (Superclass Tetrapoda)
टेट्रापोड़ा के अंतर्गत चार वर्ग आते है।
- एम्फिबिया (Amphibia)
- रेप्टिलिया (Reptilia)
- एवीज (Aves)
- मेमेलिया (Mammalia)
इन्हें भी पढ़ें
- द्विबीजपत्री तथा एकबीजपत्री जड़ की आंतरिक संरचना
- पादपों में द्वितीयक वृद्धि
- विभिन्न प्रकार के पुष्पक्रम (Different Types of Inflorescence Hindi)
- पादपो में बीजाण्डन्यास (Plant Placentation in hindi)
- फल एवं इसके प्रकार (FRUITS AND THEIR TYPES)
- संघ पोरिफेरा या स्पंज का संघ (Phylum-Porifera or Sponge Hindi)
- संघ सीलेन्ट्रेटा या नाइडेरिया (Phylum – Coelenterata or Cnidaria in Hindi)
- Phylum संघ – टीनोफोरा
- Phylum संघ – टीनोफोरा
- संघ – प्लेटीहेल्मिन्थिज
- संघ-ऐनेलिडा
- Phylum संघ आर्थोपोडा
- संघ मोलस्का
- संघ एकाइनोडर्मेटा
- Phlylum संघ हेमीकॉड्रेटा
- संघ कॉर्डेटा
- उपसंघ यूरोकॉर्डेटा
- उपसंघ सिफैलोकोर्डेटा
बाहरी कड़ियां
https://www.aliseotools.com/blog/how-to-get-high-quality-backlinks-for-website
ऑनलाइन लेक्चर वीडियो
Image source-opencage.info
If you like this post then please share it on social media like Facebook, Whatsapp, Twitter etc.
मोबाइल से संबंधित ब्लॉग – Click here
Our other website – PCB