ऑक्साइड- परिभाषा, प्रकार एवं अभिक्रियाँ
ऑक्साइड (Oxide in Hindi)
फ्लुओरीन (Fluorine) के आलावा लगभग सभी तत्व ऑक्सीजन से संयोग कर उन यौगिको के ऑक्साइड (Oxide) बनाते हैं। रासायनिक व्यवहार (Chemical Nature) के आधार पर ये चार प्रकार के होते हैं –
- अम्लीय
- क्षारीय
- उभयधर्मी
- उदासीन
(1) अम्लीयऑक्साइड (Acidic Oxides)
वे आक्साइड जो जल से अभिक्रिया करके अम्ल (Acid) बनाते हैं, अम्लीयऑक्साइड (Acidic Oxides) कहलाते हैं। ये अधातु
आक्साइड (Non-metallic Oxides) होते है। जैसे
CO2 + H2O → H2CO3
SO2 + H2O → H2SO3
P2O5 + 3H2O → 2H3PO4
NO2 + H2O → NO + HNO3
Cl2O7 + H2O → 2HClO4
ये आक्साइड (Oxide) क्षारों (Alkali) के साथ अभिक्रिया करके लवण (Salt) बनाते है।
CO2 + Ca(OH)2 → CaCO3 + H2O
SO2 + 2NaOH → Na2SO3 + H2O
कुछ धातुऑक्साइड (metallic oxides) भी अम्लीयऑक्साइड होते हैं। ये ऑक्साइड जल में घुलकर अम्ल (Acid) बनाते हैं। जैसे
क्रोमियमऑक्साइड (Chromium oxide)
CrO3 + H2O → H2CrO4
मैंगनीज हेप्टाऑक्साइड (Manganese hepta oxide)
Mn2O7 + 7H2O → 2Mn(OH)7
(2) क्षारीय ऑक्साइड (Basic Oxides)
वे ऑक्साइड (Oxides) जो जल से क्रिया करके क्षार (base) बनाते है, क्षारीय ऑक्साइड (Basic Oxides) कहलाते हैं। इन्हें भास्मिक ऑक्साइड भी कहा जाता है। जैसे
K2O + H2O → 2KOH
Na2O + H2O → 2NaOH
MgO + H2O → Mg(OH)2
CaO + H2O → Ca(OH)2
ZnO + H2O → Zn(OH)2
Al2O3 + 3H2O → 2Al(OH)3
Fe2O3 + 3H2O → 2Fe(OH)3
ये सभी अम्ल (Acid) से क्रिया कर लवण (salt) तथा जल बनाते हैं। जैसे की नीचे दी गयी अभिक्रियाओं में दिखाया गया है-
K2O + H2SO4 → K2SO4 + H2O
Na2O + H2SO4 → Na2SO4 + H2O
MgO + H2SO4 → MgSO4 + H2O
CaO + H2SO4 → CaSO4 + H2O
ZnO + H2SO4 → ZnSO4 + H2O
K2O + HCl → KCl + H2O
Na2O + HCl → NaCl + H2O
MgO + HCl → MgCl2 + H2O
CaO + HCl → CaCl2 + H2O
(3) उभयधर्मी ऑक्साइड (Amphoteric oxides)
ये क्षारीय (base) और अम्लीय (acidic) दोनों प्रकार के ऑक्साइड की तरह व्यवहार करते है, उभयधर्मीऑक्साइड कहलाते है। ये अम्ल (acid) और क्षार (base) दोनों के साथ क्रिया करते है।
(4) उदासीन ऑक्साइड (Neutral oxide)
ये oxide ना तो अम्लीय (acidic) होते है और ना ही क्षारीय (base)। ये उदासीन होते हैं । इसका लिटमस पर कोई प्रभाव नहीं होता हैं। जैसे H2O ,CO, NO ,N2O आदि ।
ऑक्सीजन की मात्रा के आधार पर ऑक्साइड के प्रकार (Types of oxides based on oxygen content)
उपरोक्त प्रकार के आक्साइडों (Oxides) के आलावा ऑक्सीजन की मात्रा के आधार पर सबऑक्साइड एंव उच्चतरऑक्साइड भी पाये जाते हैं। जिनका वर्णन निम्न प्रकार है-
(1) सबऑक्साइड (Sub Oxide)
वे ऑक्साइड जिनमें ऑक्सीजन की मात्रा संयोजकता (Valency) के आधार पर कम होती हैं। जैसे –
कार्बन सबऑक्साइड (C3O2)
लैड सबऑक्साइड (2PbO.Pb)
बोरान सबऑक्साइड (B6O)
रुबिडियम सबऑक्साइड (Rb9O2)
सिलिकॉन सबऑक्साइड SiOx (x < 2)
(2) उच्चतर ऑक्साइड (Higher oxide)
वे ऑक्सा इड जिनमें ऑक्सीजन की मात्रा संयोजकता के आधार से अधिक होते हैं । जैसे हाइड्रोजन पराकसाइड (H2O2), सोडियम पराक्साइड (Na2O2), मैगनीज डाइऑक्साइड (MnO2) आदि।
(3) साधारण आक्साइड (Simple oxide)
यदि किसी धातु से उसकी सामान्य संयोजकता जितने ऑक्सीजन के परमाणु जुड़ते है तो ऐसे ऑक्साइड को साधारण ऑक्सा इड (Simple oxide) कहते है।
(4) मिश्रित आक्साइड (Mixed oxide)
दो साधारण ऑक्सा इड मिलकर मिश्रित आक्साइड(mixed oxide) का निर्माण करते है।
यह भी पढ़े
- ऑक्सीजन – परिचय, प्राप्ति, गुण एवं उपयोग
- कार्बन के हैलाइड एवं सल्फाइड
- कार्बन के कार्बाइड यौगिक
- हैलाइड की परिभाषा एवं प्रकार
- सांद्रित अयस्क से धातुओं का निष्कासन
- धातुओं का निष्कर्षण
बाहरी कड़ियाँ
- How to Create a Static Front Page
- What is the domain name and How to Register Web address
- 5 Best SEO Optimization Tips and Tricks
- What is a website? Definition of website
- Best Affordable Web Hosting Services
- Google Mobile Website Optimization Tool
ऑनलाइन टेस्ट
[wp_quiz_pro id=”12137″]
Please share this post on Facebook, Whatsapp, Instagram, etc.